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"Harsh saxena"
"Harsh saxena"
बस यही इक हुनर सीखना है हमें
वो मिरी चुप्पी कैसे पढ़ा करती है
Top 10 of "Harsh saxena"
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इस ज़िंदगानी की ग़ज़ल का क़ाफ़िया सा लगता है
उसके बिना तो जैसे पूरा घर बुझा सा लगता है
यूँ तो कोई मंदिर नहीं दुनिया में उसके नाम का
लेकिन न जाने क्यों मुझे वो देवता सा लगता है
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"Harsh saxena"
3
इसी ख़ुश-फ़हमी ने ज़िंदा रखा मुझको
कि वो मुझसे बिछड़ कर जी नहीं सकती
"Harsh saxena"
5
हाए उसके हाथ पीले होने का ग़म
इतना रोए हैं कि आँखें लाल कर ली
"Harsh saxena"
4
आज तो इस दिल पे उसने घर किया है
कल यक़ीनन वो इसे खंडर करेगा
"Harsh saxena"
1
'हर्ष' वस्ल में जितनी मर्ज़ी शेर कह लो तुम
हिज्र के बिना इनमें जान आ नहीं सकती
"Harsh saxena"
2
मैंने ख़्वाबों में भी तेरे जिस्म की ख़्वाहिश न रक्खी
गर तुम्हें यूँ प्यार कोई और कर पाए तो कहना
"Harsh saxena"
1
उसी की आस ने सँभाल रक्खा हिज्र में मुझे
वही जो अपनी ज़ुल्फ़ें तक नहीं सँवार पाती है
"Harsh saxena"
1
कोई उसे तुकबंदी से ही मोह कर के ले गया
इक हम हैं जो बस फ़ाइलातुन में उलझ कर रह गए
"Harsh saxena"
2
जज़्बातों को सहज लफ्ज़ों में पिरोता हूँ मैं
लिखता फ़क़त वही हूँ जो सच में होता हूँ मैं
"Harsh saxena"
2
वो गर शराब है तो समझो कि मैं नशा हूँ
कुछ इस तरह से भीतर उस शख़्स के बसा हूँ
"Harsh saxena"
1
तमाम उलझनों में भी यूँ मुस्कुराता है
न जाने इतना हुनर वो कहाँ से लाता है
"Harsh saxena"
1
किसी ग़ैर को इसी डर से छुआ नहीं अभी तक
कहीं मेरे इस बदन से तिरी ख़ुशबू उड़ न जाए
"Harsh saxena"
1
यूँ तो तेरे सँवरने पर कोई बंदिश नहीं है जाँ
मगर उस चाँद की तौहीन करना ठीक थोड़ी है
"Harsh saxena"
1
हाय उसकी ठोड़ी का वो तिल क़यामत है ख़ुदा
जैसे तू ने चेहरे पर मानो कि नुक़्ता रक्खा हो
"Harsh saxena"
1
जितना कड़वा उसका लहज़ा हो रहा है
उतना मेरा प्यार गहरा हो रहा है
"Harsh saxena"
2
ये मख़मली गद्दे तो तुझको ही मुबारक हों
ऐ दोस्त मुझे बस माँ की गोद ही काफ़ी है
"Harsh saxena"
2
यारों मैं मनाऊँ भी ईद तो भला कैसे
मेरा चाँद अब तक नाराज़ बैठा है मुझसे
"Harsh saxena"
2
यहाँ पर मैं हूँ कि जो अपने ग़मों को गा रहा हूँ
वहाँ उसको लग रहा जैसे ग़ज़ल सुना रहा हूँ
मिरी इस तबाही पर इसलिए वो सुकून में है
उसे इल्म है कि मैं नाम बड़ा कमा रहा हूँ
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"Harsh saxena"
3
ये साड़ी खुले बाल क़यामत-सी निगाहें
हम खुद को बहकने से भला कैसे बचायें
"Harsh saxena"
4
सारे सुर उसकी ख़ुशामद में लगे हैं देखिए तो
आज उसने पैरों में पाज़ेब जो पहनी हुई है
"Harsh saxena"
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