तू किस वजह से परेशान है, आ रोते हैं - Kinshu Sinha

तू किस वजह से परेशान है, आ रोते हैं
मैं कह रहा हूँ ना, आसान है, आ रोते हैं

छुपाते फिर रहा है ज़िंदगी से अश्कों को ?
ओ भाई एक ही तो जान है, आ रोते हैं

सितारा कौन सा टूटा, किसे पता है दोस्त
यहाँ पे हर कोई अनजान है, आ रोते हैं

समझ गया, तेरा दिल तोड़कर वो हँसता है
तो मान ले कि वो नादान है, आ रोते हैं

नहीं मिलेगी वफ़ा बदनसीब लोगों को
ये जानकर भी तू हैरान है, आ रोते हैं

अजीब बात है, हारा है आशिक़ी में और
बड़ा ही सूखा गिरेबान है, आ रोते हैं

ख़ुदा बने जो मुहब्बत में, वो भी रोते हैं
तू क्या है ? छोटा सा सुल्तान है, आ रोते हैं

तुझे ज़माना बदलना है, इतना ग़म मत रख
तू जानवर नहीं, इंसान है, आ रोते हैं

ये तेरा रोना बताता है दिल है तेरे पास
ये तेरा दम, तेरी पहचान है, आ रोते हैं

- Kinshu Sinha
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