कितने गम हैं यार मुझे अब
कौन करेगा प्यार मुझे अब
कोई करता था ठीक मुझे
करता है बीमार मुझे अब
मैं हूं ना, सब कहते थे
कहते हैं लाचार मुझे अब
तारीफ सुनी जिन कानों ने
सुनती हैं बेकार मुझे अब
छोड़ा था कभी मैंने घर को
छोड़ दिया घर - बार मुझे अब
लगता था सब अपने ही हैं
लगते हैं मक्कार मुझे अब
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