जिसे मुश्किल में जीने का हुनर पर्फ़ेक्ट होता है - SALIM RAZA REWA

जिसे मुश्किल में जीने का हुनर पर्फ़ेक्ट होता है
मसाइब के अँधेरों से वही रिफ़्लेक्ट होता है

वही क़ानून को हाथों की कठपुतली समझते हैं
सियासत में पकड़ जिनका बड़ा पर्फ़ेक्ट होता है

मोहब्बत के बिना इस ज़िंदगानी का मज़ा क्या है
मोहब्बत तो ज़माने का अहम सब्जेक्ट होता है

कमी कोई न हो जिसमें कोई इंसाँ नहीं ऐसा
कहाँ दुनिया में कोई आदमी पर्फ़ेक्ट होता है

 
हमेशा प्यार से जीने की आदत है 'रज़ा' जिसको

ज़माने भर में ऐसे शख़्स का रिस्पेक्ट होता है

- SALIM RAZA REWA
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