न तुम नज़रें मिलाते, औ' न तुमसे इश्क़ होता - Anukriti 'Tabassum'

न तुम नज़रें मिलाते, औ' न तुमसे इश्क़ होता
न हम सपने सजाते, औ' न तुमसे इश्क़ होता

जहाँ को छोड़ने का जो मुझे वादा किया था
न तुम वादा निभाते, औ' न तुमसे इश्क़ होता

बहुत चालाक कहते थे मुझे सब लोग लेकिन
न तुम पागल बुलाते, औ' न तुमसे इश्क़ होता

मेरा दिल आज हँसने से बहुत उक्ता गया था
न तुम मुझको रुलाते, औ' न तुमसे इश्क़ होता

विसाल-ए-यार होगा फिर कभी तो हिज्र होगा
न तुम ये सच बताते , औ' न तुमसे इश्क़ होता

सुना है लोग अक्सर सच नशे में बोलते हैं
न तुम बादा पिलाते, औ' न तुमसे इश्क़ होता

लबों पर नाम उसका लेके मुझको देखते हो
न तुम ऐसे जलाते, औ' न तुमसे इश्क़ होता


'तबस्सुम' को तुम्हीं ने जान बोला सबके आगे

न तुम यूँ हक़ जताते, औ' न तुमसे इश्क़ होता

- Anukriti 'Tabassum'
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