बस इसी काम में आना है चले जाना है
तेरा एहसान चुकाना है चले जाना है
मैं परेशान हूँ अंदर से कई बरसों से
सिर्फ़ तुझ को ये बताना है चले जाना है
रूठने वाले मिरी बात को सुन लें मुझ को
अब किसी को न मनाना है चले जाना है
तेरे दिल में भी जगह अब न मिली तो मैं ने
जिस जगह सब का ठिकाना है चले जाना है
मेरे कारण भी कोई रोया है इस दुनिया में
इस लिए ख़ुद को रुलाना है चले जाना है
ख़ुद-कुशी का ये नया रास्ता ढूँढा मैं ने
दर्द सीने का बढ़ाना है चले जाना है
अब कोई रोक नहीं सकता मुझे जाने से
न कोई शख़्स न शाना है चले जाना है
आख़िरी वक़्त मिरे सामने रहना बस तू
तुझ को आँखों में बसाना है चले जाना है
मुझ से महरूम न रह जाए ये दुनिया इक बार
मंज़र-ए-आम पे आना है चले जाना है
और क्या काम यहाँ रह गया अपना 'सोहिल'
शेर कहना है सुनाना है चले जाना है
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