लहज़े में इक पठान के नर्मी न ढूँढ़िए
बंदूक की दुकान में चूड़ी न ढूँढ़िए
आतंकवाद से जो बचाना है मुल्क को
आतंकियों को ढूँढ़िए दाढ़ी न ढूँढ़िए
दौलत की रेल पेल में मासूमियत कहाँ
ये मय-कदा है पीने का पानी न ढूँढ़िए
चावल को ढूँढ़ने की इजाज़त है आपको
लेकिन मटर पुलाव में बोटी न ढूँढ़िए
घर में हमारे ए सी है वाशिंग मशीन भी
लेकिन ख़ुदा के वास्ते बिजली न ढूँढ़िए
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