ये सब कैसे हो जाता है
लम्हा़ कैसे खो जाता है
प्यार की कोई उम्र नहीं है
मत पूछो बस हो जाता है
तुमको पाना पागल पन है
पागल पन तो हो जाता है
मैं तुझमे जगता हूँ हरपल
तू क्यों मुझ में खो जाता है
जिसको भी तुम छू लेती हो
वो तो सोना हो जाता है
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