अच्छे ख़ासे दिल में नफ़रत बो सकती है
ये करने वाली बस दुनिया हो सकती है
जिन पापों को करने में फ़ितरत शामिल हो
क्या उन पापों को माँ गंगा धो सकती है
राधा के ख़ातिर कान्हा रो सकते हैं तो
राधा भी कान्हा के ख़ातिर रो सकती है
सुन लो मर्दों तुम मत औरत को कम समझो
औरत दुनिया के हर ग़म को ढो सकती है
रातों में रोता हूँ मैं यादों में जिसकी
वो लड़की रातों में कैसे सो सकती है
तुम शादी करने में जाँ जल्दी मत करना
मुझको कुछ बनने में देरी हो सकती है
गर उस लड़की ने धोखा करना सीखा है
तो 'सागर' को अपने लड़की खो सकती है
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