नाम उसका कभी कोई लेगा नहीं
आशिक़ी में जो आशिक़ मरेगा नहीं
राजपूती लहू है रगों में मिरी
सर कटेगा मगर सर झुकेगा नहीं
बाप से सीखना ज़िंदगी के सबक़
कोई भी बाप सी सीख देगा नहीं
दोस्तों दुश्मनों से बता दो मिरे
ये बुरा वक़्त हरदम रहेगा नहीं
ढूँढ ले घूम कर सारी दुनिया में वो
उसको सागर सा आशिक़ मिलेगा नहीं
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