Aamir Riaz

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@aamir-riaz

Aamir Riaz shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Aamir Riaz's shayari and don't forget to save your favorite ones.

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Shayari
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  • Nazm
जिस की आवाज़ कानों में सुब्ह सुब्ह चिड़ियों की तरह चहकती थी
जिस की मौजूदगी से फ़ज़ाओं में ख़ुशबू सी महकती थी
वो मेरी पहली मोहब्बत थी
जिस की आँखें देख मुतअस्सिर हो जाते थे हिरन
नक़ाब से जिस का चेहरा ऐसे झलकता था जैसे सूरज की पहली किरन
जिस का मुस्कुराना था कि जैसे वादियों में सहर का आना
किसी फूल की तरह जिस पे तितलियाँ मंडराया करती थीं
वो चाँद से आई थी शायद रात में सितारों से बातें किया करती थी
जो दिन का पहला पैग़ाम भी थी और रात का आख़िरी सलाम भी
सुब्ह-बा-ख़ैर से ले कर शब-ब-ख़ैर तक जो मेरा तकिया-कलाम थी
वो मेरी पहली मोहब्बत थी
ख़ामोशी में छुपाए जज़्बात जो समझ लेती थी
बिन ज़ाहिर किए तमाम एहसासात जो परख लेती थी
मेरे लिए जो हर कहानी हर एक क़िस्से में थी
हर एक शाइ'री हर एक ग़ज़ल के हिस्से में थी
जो हर नज़्म में थी और हर मौसीक़ी में भी
दिलदार भी थी जो और दुनिया-दार भी
शान-ओ-शौकत की इस दुनिया में मुझ ग़रीब की चाहत की तलबगार थी
वो मेरी पहली मोहब्बत थी
जो माज़ी थी मगर मेरा मुस्तक़बिल न बन पाई
मेरे साथ हर हाल में राज़ी थी मगर ज़िंदगी में शामिल न हो पाई
प्यार की राह में जो मेरी हम-सफ़र थी
जिस के जाने के बाद मेरी ज़िंदगी सिफ़र थी
कुछ रिश्ते ख़ून के होते हैं और कुछ दिल के
मगर रूह का रिश्ता सिर्फ़ जिस शख़्स से था
वो मेरी पहली मोहब्बत थी
मेरे तख़य्युल में जो इक तस्वीर बन के रह गई
जो दिल में मेरे बस के तक़दीर में किसी और की हो गई
जो हमराज़ भी थी और मेरी ज़िंदगी का सब से बड़ा राज़ भी
जिस के जाने के मुद्दतों बाद भी उस के वापस आने की एक आस थी
वो मेरी पहली मोहब्बत थी
वो मेरी पहली मोहब्बत थी
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