Yusuf Qamar

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@yusuf-qamar

Yusuf Qamar shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Yusuf Qamar's shayari and don't forget to save your favorite ones.

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  • Ghazal
फ़िक्र-ए-बालीदा की नुदरत से निखरते हैं ख़याल
और अगर ज़ेहन-ए-रसा हो तो सँवरते हैं ख़याल

अक़्ल कब करती है फ़र्सूदा ख़यालों को क़ुबूल
फ़िक्र बेदार अगर हो तो उभरते हैं ख़याल

जिद्दत-ए-फ़िक्र से अफ़्कार को मिलती है नुमू
हुस्न-ए-किरदार की राहों से गुज़रते हैं ख़याल

ज़ह्न ख़ालिक़ है ख़यालात का तस्लीम मगर
ज़ह्न पर सूरत-ए-इल्हाम उतरते हैं ख़याल

सोहबत इक़बाल की अफ़्कार को देती है जिला
उन की सोहबत में बहुत ख़ूब निखरते हैं ख़याल

मुंतशिर ज़ह्न अगर हो तो नतीजा मालूम
सूरत-ए-काह हवाओं में बिखरते हैं ख़याल

ज़ह्न को फ़िक्र की तहरीक जो मिल जाए 'क़मर'
महशरिस्तान की सूरत में गुज़रते हैं ख़याल
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Yusuf Qamar