अगर शिकवे इबादत में अभी भी कर रहा हूँ मैं - DILBAR

अगर शिकवे इबादत में अभी भी कर रहा हूँ मैं
तो इक फूटे हुए बर्तन में पानी भर रहा हूँ मैं

मुझे जो कह रहे है बूॅंद उनको ये नहीं मालूम
इसी एक बूॅंद से पहले महासागर रहा हूँ मैं

नहीं है ख़ौफ़ इस दिल में किसी तूफ़ान का दिलबर
यक़ीं डोले न माँझी पर इसी से डर रहा हूँ मैं

- DILBAR
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