शेर सुने या जादू चलता देख लिया

  - Hukm

शेर सुने या जादू चलता देख लिया
तूने मुझ में ऐसा भी क्या देख लिया

फिर से खुल के हँसने को जी करता है
फिर से कोई इश्क़ में रोता देख लिया

मैंने शाल ख़रीदी देख के रंगों को
उस पगली ने महंगा सस्ता देख लिया

कई बरस तो साथ रहे , अब कहते हो
'हुक्म' नहीं है काम का बंदा देख लिया

  - Hukm

More by Hukm

As you were reading Shayari by Hukm

Similar Writers

our suggestion based on Hukm

Similar Moods

As you were reading undefined Shayari