तन्हा बेज़ार ही रहने दो - Ankur Mishra

तन्हा बेज़ार ही रहने दो
सबको उस पार ही रहने दो

क्या पता लौट आए वो फिर
मुझको बीमार ही रहने दो

माना धोखा है ये इश्क़ पर
लब सिले यार ही रहने दो

कट ही जाएगी ये रात भी
आँखों में प्यार ही रहने दो

चोट खाएंगे हर बार हम
दिल को दीवार ही रहने दो

क्या पता इश्क़ उसको भी हो
जलती ये ग़ार ही रहने दो

- Ankur Mishra
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