Faisal Rehan

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Faisal Rehan shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Faisal Rehan's shayari and don't forget to save your favorite ones.

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  • Nazm
मुझ से मिलो तुम
बातों की चाय पर
कहानी के पेच में
बचपन की शोर करती रेल में
माज़ी के नुक्कड़ पर
अफ़लातूनी इश्क़ की मौज में
फ़ुर्सत के बे-बरकत दिन
यार की जुदाई वाले पहर में
जवानी की धूप में
ग़ालिब के दीवान की
पुर-बहार सीढ़ियों पर
लफ़्ज़ों के बाज़ार में
नज़्मों के असरार में
मुझ से मिलो तुम

मुझ से मिलो तुम
अजनबी मुल्कों की सैर-ओ-सियाहत में
प्यार के रस्म-ओ-रिवाज में
हल्क़ा-ए-याराँ में
तूफ़ान-ए-बाद-ओ-बाराँ में
सेंटौरस के अक़ब में
छप्पर होटल के टूटे हुए टेबल पर
चाँद पे बैठी हुई बुढ़िया के नूरानी चर्ख़े में
अस्सी की दहाई की फ़िल्मों के ज़िक्र में
पुरानी किताबों की दूकान पर
निस्वानी ख़ुशबुओं के चौक पर
बोसों की तकरार में
मुझ से मिलो तुम
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मुझे रंगों से मोहब्बत थी
ज़िंदगी के कैनवस पर
मैं नए नक़्श-ओ-निगार बनाना चाहता था
हुस्न की हश्र-सामानियाँ पेंट करने की ख़्वाहिश
मेरे लहू में सरसराती थी
अल्हड़ जिस्मों के ज़ाविए
मेरे मू-क़लम को अपनी जानिब खींचते थे
आँखों की गहराइयों में बहते हुए ख़त
मुझे बेताब करते थे
मोहब्बत की नज़्मों की तख़्लीक़ पर
मुझे मुसव्विर बनाने पर तुले हुए थे
हँसते हुए रुख़्सारों में बनते हुए डिम्पल
मगर
मैं मजबूर कर दिया गया
जलते हुए शहर की तस्वीर-कारी पर
मस्ख़-शुदा चेहरों की शनाख़्त के लिए
फूलों और बच्चों के नौहे लिखने पर
क़दीम लफ़्ज़ों को नई मा'नविय्यत देने के लिए
मुझे एक ज़िंदगी दान करना पड़ी
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