देगा कब रास्ता दरिया मुझको
मार डालेगा ये सदमा मुझको
राम के देश से लाया था वो
दे नहीं पाया जो तोहफ़ा मुझको
ख़ाक होगा ये तकब्बुर मेरा
मार डालेगा ये कर्ज़ा मुझको
बेल उस दर कि बजा आया मैं
रह गया तकता दरीचा मुझको
आया हैं काला पहन कर वो तो
था किया पीले का वादा मुझको
गिर गया ख़ून मिरा हैं इस पर
जेल भेजेगा ये असला मुझको
चेहरा तक देखा नहीं है उसका
जिस कँवल ने दिया कुर्ता मुझको
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