तुम कहो जान जान दे देंगे
इश्क़ में इम्तिहान दे देंगे
खोल कर देख ज़ेहन का पिंजरा
पंख को आसमान दे देंगे
हों मुकम्मल तेरी ग़ज़ल सारी
शेर पर तेरे शान दे देंगे
कोई क़ीमत तेरी न कर पाए
ठीक ऐसी ज़बान दे देंगे
तु सलामत रहे दुआ है यह
गुल की रब को दुकान दे देंगे
इश्क़ की सब सदा सुनाई दे
प्यार से भर के कान दे देंगे
अर्श से फिर तुझे न गिरने दे
एक ऐसी उड़ान दे देंगे
जो भी कहना ग़ज़ल में कह देना
दाद सब साहिबान दे देंगे
कोई काॅंटा न छू सके तुम को
हम दिल-ए-पायदान दे देंगे
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