itni jaldi se faayda kya hai
dekh lene do maajra kya hai
tu bhale chhod ja magar ye bata
ham purane hain to naya kya hai
maine dafnaaye waalidain apne
mujh se poocho ki hausla kya hai
ai khuda saath mere hai tu agar
fauj kya aur qaafila kya hai
meri ghazalon se hai ye bazm jawaan
chup raho tum tumhein pata kya hai
hai agar maut zeest kii manzil
ye batao ki raasta kya hai
saath rah kar mere vo seekh gaya
bahar kya hai ye qaafiya kya hai
इतनी जल्दी से फ़ायदा क्या है
देख लेने दो माजरा क्या है
तू भले छोड़ जा मगर ये बता
हम पुराने हैं तो नया क्या है
मैंने दफ़नाये वालिदैन अपने
मुझ से पूछो कि हौसला क्या है
ऐ ख़ुदा साथ मेरे है तू अगर
फौज क्या और क़ाफ़िला क्या है
मिरी ग़ज़लों से है ये बज़्म जवाँ
चुप रहो तुम तुम्हें पता क्या है
है अगर मौत ज़ीस्त की मंज़िल
ये बताओ कि रास्ता क्या है
साथ रह कर मिरे वो सीख गया
बहर क्या है ये क़ाफ़िया क्या है
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