वो ज़िंदगी है, वो सादगी है, वो दिल्लगी है, वो एक लड़की - Shadab Asghar

वो ज़िंदगी है, वो सादगी है, वो दिल्लगी है, वो एक लड़की
हमारे ख़ातिर है सारा कुछ वो,वो क्या सही है वो एक लड़की

ये अच्छी सीरत, ये शायरी है, ये जॉ बचाने का काम भी है
हमारी लाइफ में सब सही है जो कुछ कमी है वो एक लड़की

वो एक लड़की वो एक लड़की हमारी ख़्वाहिश वो एक लड़की
के बस भरी है , न सीट ख़ाली , पटी हुई है , वो एक लड़की

किसी के ख़्वाबों में हम नहीं हैं ,और उसके ख़्वाबों में और कोई
कोई हमारे भी ख़्वाब पूछे, बसी हुई है वो एक लड़की

यक़ीन हम पर अगर नहीं हो वो ख़ुद से आकर के ले तलाशी
हमारे दिल मे अगर कोई है तो ये वही है, वो एक लड़की

हमारे हक़ में दुआ करो के, हमारा खुशियों से राब्ता हो
हैं उसकीं खुशियां तमाम दुनियां ,मेरी ख़ुशी है वो एक लड़की

हैं उसकी आँखें हमारी दुनियां अर उसकी सुहबत हमारी जन्नत
हम एक पल में हैं, दो जहां में, मेरी सखी है वो एक लड़की

- Shadab Asghar
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