हर सवाल से पहले इक सवाल होता है
यानी जाल के अंदर और जाल होता है
दिल बुझा सा रहता है वो अगर नहीं मिलता
जाने उससे मिलकर भी क्यों मलाल होता है
सामने वो जब आए ऐसे दिल धड़क जाए
सांस लेते रहना भी फिर मुहाल होता है
तुम भी डूब जाओगे हम भी डूब जाएंगे
सिर्फ़ इश्क़ ही यारो ला - ज़वाल होता है
साँस फूल जाती है लफ़्ज़ तक पहुँचने में
एक शेर कहने में कैसा हाल होता है
सिर्फ़ दोस्त कहने से दोस्ती नहीं होती
कोई कोई दुनिया में हम ख़याल होता है
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