अच्छी चीज़ें घर में भरनी हैं

  - Milan Gautam

अच्छी चीज़ें घर में भरनी हैं
तेरी महक से साँसें भरनी हैं

कुछ तो बोलो जान-ए-जाँ हमसे
दिल में अच्छी बातें भरनी हैं

मोहब्बत उससे क़र्ज़ पे लाया था
मुझे अब इस की क़िस्तें भरनी हैं

आओ इक-दूजे पर ज़ुल्म करें
साथ तुम्हारे आहें भरनी हैं

एक दफ़ा छू लो मुझ पेड़ को तुम
मीठे फलों से शाख़ें भरनी हैं

प्यार ज़रूरी है ख़ाली दिल को
दीवारों में ईंटें भरनी हैं

  - Milan Gautam

More by Milan Gautam

As you were reading Shayari by Milan Gautam

Similar Writers

our suggestion based on Milan Gautam

Similar Moods

As you were reading undefined Shayari