तिरे हक़ में दुआ करके दुआएँ बाँट लेता हूँ

  - Karal 'Maahi'

तिरे हक़ में दुआ करके दुआएँ बाँट लेता हूँ
तिरे हिस्से में ख़ुशियाँ छोड़ ग़म सब छाँट लेता हूँ

कभी गर ज़िद करे दिल पास में तुझको बिठाने की
इसे पुचकार लेता हूँ कि ख़ुद को डाँट लेता हूँ

  - Karal 'Maahi'

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