एक पल के लिए या एक ज़माने के लिए
प्यार झूठा न करो जान दिखाने के लिए
मैंने माना कि मुहब्बत है ज़रूरत मेरी पर
तुम भी आए हो कभी आग बुझाने के लिए
ऐ मेरी उम्र के लड़कों ये हिदायत है तुम्हें
दिल से आगे भी चलो पेट चलाने के लिए
ऐ मेरी जान तुझे कौन सी आफ़त है अभी
हम कि ज़िन्दा हैं तेरे ख़्वाब सजाने के लिए
ऐ मेरी मौत मुझे आख़िरी मौक़ा दे दे
मैंने सोचा है नए फूल खिलाने के लिए
अबकि यारों ने मुहब्बत का भरम तोड़ दिया
मैंने चाहा था उन्हें ज़ख्म दिखाने के लिए
इश्क़ ला-फ़ानी है इंसान कि फ़ानी है मगर
हमने दिल तोड़ दिया हाय ज़माने के लिए
ये ही दुनिया है जहाँ कितने ही सूरज थे उगे
प्यार के आख़िरी दीपक को बुझाने के लिए
वो भी क्या दिन थे वफ़ा जान पे बन आती थी और
अब तो दिल लगते हैं बस मौज़ उड़ाने के लिए
मैंने रो कर कहा दिल क्यों मेरा तोड़ा तो कहे
मसअला चाहिए था रील बनाने के लिए
उनके कूचे में कलम होते थे हर रोज़ ही दिल
दाव पे जान लगी यार कमाने के लिए
हमको राकेश कि दुनिया ने कहीं का न रखा
हम तो आए थे यहाँ प्यार लुटाने के लिए
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