दिल नहीं चाहता ये वक़्त गुज़र जाने का

  - Sagar Sahab Badayuni

दिल नहीं चाहता ये वक़्त गुज़र जाने का
उसके पहलू में रहें और ठहर जाने का

उसने आँखों से इशारा तो किया है लेकिन
रस्ता अब ढूँढना है दिल में उतर जाने का

उसने बस हाथ ही तो पकड़ा था डरना कैसा
ख़ैर ये वक़्त नहीं था अभी डर जाने का

साँस फिर तेज़ बहुत तेज़ मिरी चलती है
मुझको पहले न बताया करो घर जाने का

तुम से मिलने की ये उम्मीद मुझे ले आई
मैं चला जाऊँगा कह दोगी अगर जाने का

हमको दुनिया को सिखाना था मुहब्बत करना
ये सही वक़्त नहीं था अभी मर जाने का

  - Sagar Sahab Badayuni

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