भेजना चाहिए था उसे कुछ, भले बेड़ियाँ भेजता
साथ में ख़ुदकुशी के लिए ज़हर की शीशियाँ भेजता
उसने इस बार भी फूल भेजे हैं पिछली बरस की तरह
भेजना ही था तो कुछ नया भेजता, तितलियाँ भेजता
अब किसी काम के ही नहीं हैं ये मरहम ये चारागरी
चारा गर से कहो ये दवा हिज्र के दर्मियाँ भेजता
सच में ख़ुश देखना चाहता है वो मुझको तो दिल भेजता
साथ में अपने दिल पर लगे तालों की चाबियाँ भेजता
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