ऐसा नहीं कि फूल ही यकजा करेंगे हम
बल्कि तुम्हारे ख़ार भी चूमा करेंगे हम
उसने बड़े यक़ीन से बोसे दिए हमें
हमको भी क्या ख़बर थी कि ज़ाया करेंगे हम
हमसे न जी चुराइए हम अहल-ए-इश्क़ हैं
धोखा भी देंगे आप तो सजदा करेंगे हम
पहला ही इश्क़ तजरबे ऐसे करा गया
अब दूसरे का सोच के भी क्या करेंगे हम
लंबे सफ़र ने पाँव को जकड़ा तो है मगर
ये मत समझना रक़्स भी धीमा करेंगे हम
हमको भी इश्क़ करने का मौक़ा मिले अगर
हमको यक़ीं है आपसे अच्छा करेंगे हम
कार-ए-जहाँ भी आपने हमको थमा दिया
उस पर ये कार-ए-इश्क़ भी क्या क्या करेंगे हम
Read Full