About
हार हो जाती है जब मान लिया जाता है
जीत तब होती है जब ठान लिया जाता है
शकील आज़मी एक भारतीय गीतकार और कवि हैं। उनका जन्म 1971 को भारत के आजमगढ़ में हुआ था, वह उर्दू भाषा में लिखते हैं और मुख्य रूप से बॉलीवुड में एक फिल्म गीतकार के रूप में उनके योगदान के लिए जाने जाते हैं। उनकी अधिकांश शायरी ग़ज़लों के इर्द-गिर्द घूमती है, जो उर्दू शायरी की एक विधा है। शकील आज़मी की सिनेमाघरों में हिट होने वाली पिछली फिल्म साल 2020 में आई थप्पड़ थी।
भूख में इश्क़ की तहज़ीब भी मर जाती है
चाँद आकाश पे थाली की तरह लगता है
शक़ील आज़मी की शायरी में हमें दुख, दर्द देखने को मिलता हौ। वह अदब और बॉलीवुड की दुनिया में काफी नाम कमा चुके हैं। उन्होंने सिनेमाघरों को (थप्पड़, हैक्ड, घोस्ट, शादी में ज़रूर आना, जैसी) कई फिल्में दी हैं।
उनका एक शेर लोगों द्वारा बहुत पसंद किया जाता है। वो शेर है कि
मिला है हुस्न तो इस हुस्न की हिफाज़त कर
सँभल के चल तुझे सारा जहान देखता है