बिछड़कर तुमसे गिर्या क्यों करें हम
ये दिल का बोझ हल्का क्यों करें हम
किसी के डर से तौबा क्यों करें हम
किसी चौख़ट पे सज्दा क्यों करें हम
ख़ुदा ग़ासिब पे लानत भेजता है
किसी के दिल पे क़ब्ज़ा क्यों करें हम
हमारे साथ गर धोका हुआ है
किसी के साथ धोका क्यों करें हम
ये कह के फोन उसने रख दिया था
बताओ तुम पे ग़ुस्सा क्यों करें हम
भरोसा तोड़ा है तुमने हमारा
सो तुम पर अब भरोसा क्यों करें हम
उन्होंने दिल दुखाया है हमारा
ख़ुदा से इसका शिकवा क्यों करें हम
अभी पहला ही वादा है अधूरा
दुबारा तुमसे वादा क्यों करें हम
तुम्हारी बेवफ़ाई याद कर के
पुराना ज़ख़्म ताज़ा क्यों करें हम
हमारा दिल मदीना है मदीना
इसे बतलाओ कूफ़ा क्यों करें हम
तमन्ना तुम नहीं करती हमारी
तुम्हारी फिर तमन्ना क्यों करें हम
शजर को बेवफ़ा कमज़र्फ कहकर
भरी महफ़िल में रुसवा क्यों करें हम
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