kisi ki badmizaaji se mujhe kya hai
kisi ki waahwaahi se mujhe kya hai
main jugnoo hoon me'ra apna ujaala hai
kisi ki roshnai se mujhe kya hai
khilega gul muhabbat ka me're aangan
kisi ki raatraani se mujhe kya hai
nigaahen jaanti hain dil ke afsaane
te'ri jhoothi kahaani se mujhe kya hai
kisi ki dil-nawaazi se mujhe kya hai
kisi ki bewafaai se mujhe kya hai
muhabbat ka asar hai jee raha hoon main
nahin to zindagaani se mujhe kya hai
sabhi kahte muhabbat hai muhabbat hai
kahoon kya us divaani se mujhe kya hai
किसी की बदमिज़ाजी से मुझे क्या है
किसी की वाहवाही से मुझे क्या है
मैं' जुगनू हूँ मे'रा अपना उजाला है
किसी की रौशनाई से मुझे क्या है
खिलेगा गुल मुहब्बत का मे'रे आँगन
किसी की रातरानी से मुझे क्या है
निगाहें जानती हैं दिल के' अफ़साने
ते'री झूठी कहानी से मुझे क्या है
किसी की दिल-नवाज़ी से मुझे क्या है
किसी की बेवफ़ाई से मुझे क्या है
मुहब्बत का असर है जी रहा हूँ मैं
नहीं तो ज़िंदगानी से मुझे क्या है
सभी कहते मुहब्बत है मुहब्बत है
कहूँ क्या उस दिवानी से मुझे क्या है
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