0

रंग बदला यार ने वो प्यार की बातें गईं  - Hafeez Jalandhari

रंग बदला यार ने वो प्यार की बातें गईं
वो मुलाक़ातें गईं वो चाँदनी रातें गईं

पी तो लेता हूँ मगर पीने की वो बातें गईं
वो जवानी वो सियह-मस्ती वो बरसातें गईं

अल्लाह अल्लाह कह के बस इक आह करना रह गया
वो नमाज़ें वो दुआएँ वो मुनाजातें गईं

हज़रत-ए-दिल अब नई उल्फ़त समझ कर सोच कर
अगली बातों पर न भूलें आप वो बातें गईं

राह-ओ-रस्म-ए-दोस्ती क़ाएम तो है लेकिन 'हफ़ीज़'
इब्तिदा-ए-शौक़ की लम्बी मुलाक़ातें गईं

- Hafeez Jalandhari

Miscellaneous Shayari

Our suggestion based on your choice

More by Hafeez Jalandhari

As you were reading Shayari by Hafeez Jalandhari

Similar Writers

our suggestion based on Hafeez Jalandhari

Similar Moods

As you were reading Miscellaneous Shayari