jo hua uska gham kya karein | जो हुआ उसका ग़म क्या करें

  - Ankur Mishra

jo hua uska gham kya karein
bheegi palkon ko nam kya karein

kab se to saath hain tere ab
isse ziyaada bharam kya karein

dekh ho ke hamaara kabhi
tere vaadon ka ham kya karein

rang kitne hain bikhre yahan
raushni ham sanam kya karein

lautaa do hamko saansen sanam
is mohabbat ka ham kya karein

tang hain ham bade khud se hi
jang ghairon se ham kya karein

ham bhi to tere ham saayein hain
aur ankur baham kya karein

जो हुआ उसका ग़म क्या करें
भीगी पलकों को नम क्या करें

कब से तो साथ हैं तेरे अब
इससे ज़्यादा भरम क्या करें

देख हो के हमारा कभी
तेरे वादों का हम क्या करें

रंग कितने हैं बिखरे यहाँ
रौशनी हम सनम क्या करें

लौटा दो हमको साँसें सनम
इस मोहब्बत का हम क्या करें

तंग हैं हम बड़े ख़ुद से ही
जंग ग़ैरों से हम क्या करें

हम भी तो तेरे हम साएँ हैं
और 'अंकुर' बहम क्या करें

  - Ankur Mishra

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