दुआ है तुमको भी मुझसे मुहब्बत हो
तवक़्क़ो है विसाले यार क़िस्मत हो
मुझे नइँ चाहिए इक अजनबी का साथ
किसी और से मुहब्बत, मुझ पे लानत हो
कई लड़की से हो के, है ये दिल गुज़रा
मेरी तो तुम ही चाहत हो, ज़रूरत हो
मुझे भी जौन के जैसी तमन्ना है
तुम्हें बाकी़ हर इक शायर से वहशत हो
नज़रबंद आदमी भी देख लेगा ये
मेरी जाँ तुम परी सी ख़ूबसूरत हो
शबे ग़म हो मुबारक क़ैस जैसों को
हमारे पास तुम जो हो, अमानत हो
क़यामत बाद भी ज़िंदा रहोगी तुम
तुम आख़िर एक शायर की मोहब्बत हो
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