0
Search
Shayari
Writers
Events
Blog
Store
Community
Help
Login
By:
00:00/00:00
Top 10 of
Aryan Mishra
Top 10 of
Aryan Mishra
“किताब”
एक किताब थी पास मेरे
वही जिसे पढ़ने में आलस आता था
लगता था जो हमेशा डेस्क पर रखी रहेगी
धूल खाएगी
कहाँ जाएगी
जाएगी नहीं कहीं
कौन पढ़ेगा उस किताब को
जिसमें भाव का अभाव है
झूठ का प्रभाव है
फिर एक दिन एक झूठा
मुझसे वो किताब ले गया
Read Full
Aryan Mishra
10
1 Like
कहाँ हमसे दुआ होगी कहाँ नौहे पढ़ूँगा अब
तुम्हें सब माँग लेंगे हम खड़े मेहराब देखेंगे
Aryan Mishra
9
Download Image
2 Likes
"आदत"
वो साथ था आबाद था
जैसे तैसे निकला ही था ख़ुद से ख़ुद को पीछे छोड़ कर
पर एक आदत से निकलने के लिए दूसरी आदत डाल ली
डाल ली फिर से आदत कुछ अटपटे से नाम देने की
काम देने की मेरी सुबह मेरी शाम देने की
आदत डाल ली फिर से मैंने
निकाल ली मैंने वो पोशाकें जो कभी दोबारा नहीं पहनने का मन बनाया था
तन नहीं सजाया था सालों से मैंने
अरसे बीत गए थे ख़ुद को दूसरे की आँखों के पानी में देखे
पर फिर भी आदत डाल ली मैंने
फिर से कुछ केशों को गालों पर सजाने की
फिर से इस सीने की इक तकिया बनाने की
फिर से अक्सर रात में घर देर जाने की
ग़लतियाँ सारी किसी की भूल जाने की
आदत डाल ली फिर से
Read Full
Aryan Mishra
8
1 Like
ढूँढता है आसमाँ
बादलों में कारवाँ
जैसे हैं सब ढूँढते
आशिक़ों में इक मकाँ
Read Full
Aryan Mishra
7
Download Image
1 Like
जिन पैरों पर पैरों को अब रखते हो
मेरे हाथ तो उन पाओं से जलते हैं
Aryan Mishra
6
Download Image
1 Like
मृगतृष्णा की सच्चाई को झूठ बताया करते हैं
कैसे कैसे लोग हैं जो पत्थर पिघलाया करते हैं
Aryan Mishra
5
Download Image
2 Likes
बहुत पथरा गया हूँ मैं
समझ गर आ गया हूँ मैं
जहाँ तुम याद करती थी
वहीं भूला गया हूँ मैं
ये तोहमत की दरारें हैं
बहुत जोड़ा गया हूँ मैं
मेरी साँसें नहीं रुकतीं
तभी उकता गया हूँ मैं
सही बातें नही हैं ये
ग़लत परखा गया हूँ मैं
Read Full
Aryan Mishra
4
Download Image
2 Likes
वो टूटा बहुत है ये सच ही तो है पर
न जाने मेरे गाने क्यों गा रहा है
Aryan Mishra
3
Download Image
2 Likes
मुझे सच में झूठों से बहला रहा है
समंदर में नदियों से नहला रहा है
हैं नासूर सारे तेरे ही तो मुझमें
ख़ता जानकर भी तू सहला रहा है
Read Full
Aryan Mishra
2
Download Image
2 Likes
मोहब्बत का मौसम जो गर्मा रहा है
तसव्वुर तेरा भी ये फर्मा रहा है
जो कहता है लफ़्ज़ों पे बोसा करेगा
कलाई पकड़ने में शर्मा रहा है
Read Full
Aryan Mishra
1
Download Image
2 Likes
Get Shayari on your Whatsapp
Top 10 of Similar Writers
Salma Malik
Shashank Tripathi
Umesh Maurya
Naviii dar b dar
Trinetra Dubey
Kaif Uddin Khan
Shiva awasthi
Krish Gour 'Jazbaat'
Dard Faiz Khan
Dinesh Sen Shubh