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हुस्न में बढ़ गया जो नूर मियाँ - Aditya

हुस्न में बढ़ गया जो नूर मियाँ
बस इसी बात का गुरूर मियाँ

दिल नहीं तोड़ने की चीज कोई
तुमको इतना नहीं शऊर मियाँ

मुझसे कहते थे दूर मत होना
हो गए खुद ब खुद ही दूर मियाँ

मिरा नंबर डिलीट मत करना
फिर चढ़ेगा मिरा सुरूर मियाँ

लौट आना तुम्हारी आदत है
लौट कर आओगे ज़रूर मियाँ

शहर ये है शरीफ लोगों का
फिर कहाँ से उठा फितूर मियाँ

इश्क़ गलती थी मेरी आँखों की
दिल तो मेरा था बेकसूर मियाँ

- Aditya

Husn Shayari

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