सभी का एक सा रस्ता तुम्हारा क्या हमारा क्या
घर आने का है इक सपना तुम्हारा क्या हमारा क्या
गुनाहों को छिपा के हम जो रख लेते हैं पर्दों में
ख़ुदा को सब नज़र आता तुम्हारा क्या हमारा क्या
सभी की ज़िंदगी तय है सभी की मौत भी तय है
सभी का वक़्त आएगा तुम्हारा क्या हमारा क्या
सभी को एक सा पानी सभी को एक सी लहरें
सभी का एक सा दरिया तुम्हारा क्या हमारा क्या
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