तेरी फ़ुर्क़त में सोना कितना मुश्किल है
कि जैसे खूँ का होना दरिया मुश्किल है
चलो चलता हूँ लेकिन चलना मुश्किल है
सरल कहना है इतना करना मुश्किल है
यक़ीं दिलवाना उसको उसका हूँ पूरा
बड़ा मुश्किल है कितना ज़्यादा मुश्किल है
तुम्हारी याद बिन लिखना है ही मुश्किल
ख़्याली में भी तेरी लिखना मुश्किल है
है मुश्किल है जी मुश्किल है हाँ मुश्किल है
ख़याली में तुम्हारी रहना मुश्किल हैं
ये मुश्किल है नहीं तुम को ख़बर यारा
मुहब्बत में तहम्मुल रहना मुश्किल है
है आसाँ भूलना तर्क-ए-त'अल्लुक़ में
न होकर उसका उसका होना मुश्किल है
करो तहरीर नज़रों से निगाहों से
मगर ख़ल्वत में उसका मिलना मुश्किल है
सरल है अश्क लाना चश्म तर करना
कमल रोना रो कर के सोना मुश्किल है
Read Full