मिरा इलाज अगर चारागर के पास नहीं - Saif Dehlvi

मिरा इलाज अगर चारागर के पास नहीं
यक़ी है रब पे मुझे मैं जरा उदास नहीं

हमारे दिल को तिरी रूह से मोहब्बत है
हमारे इश्क़ में शामिल बदन की प्यास नहीं

यहां के लोग तो अब ख़ून पीने वाले हैं
यहां किसी को भी पानी की कोई प्यास नहीं

न जाने क्यूं मुझे दिन-रात याद आता है
वो जिसका साया भी अब मेरे आस-पास नहीं

नसीब वाले हो जो तुम ने पा लिया उसको
यह इश्क़ सैफ मियां हर किसी को रास नहीं

- Saif Dehlvi
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