ज़िन्दगी में मज़ा नहीं है
प्यार में गर पड़ा नहीं है
वस्ल के ख्वाब? माफ़ कीजे
ऐसी किस्मत अयां नहीं है
मुझसे क्या लेके जाओगे तुम
मुझमें तो कुछ बचा नहीं है
नाम से जी उठता है ये तेरे
दिल अभी तक मरा नहीं है
वो मोहब्बत में खो चुका है
अब वो इतना तवां नहीं है
बस तलबगार हूं नशे का
और तो कुछ बुरा नहीं है
आपसे जलता हूं मै लेकिन
मेरे दिल में किना नहीं है
क्यूं मोहब्बत करूं मैं तुमसे
मुझको होना फना नहीं है
क्या कहा इश्क़ हो गया है
इसमें मेरी खता नहीं है
तुम भी करलो यकीन मुझपे
मुझमें बिल्कुल वफा नहीं है
ज़िन्दगी से खफा हूं मै तो
ज़िन्दगी क्यूं खफा नहीं है
सामने आके तड़पा मुझको
हिज्र में वो मज़ा नहीं है
इससे ज़्यादा छुपाऊं कैसे
तुझसे कुछ भी छुपा नहीं है
वो भी मोहताज प्यार का है
फ़ैज़ यारों ख़ुदा नहीं है
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