bataaye use kya mohabbat kiye ham | बताए उसे क्या मोहब्बत किए हम

  - arjun chamoli

bataaye use kya mohabbat kiye ham
mohabbat kii khaatir kai vish piye ham

jataana bhi mushkil chhupaana bhi mushkil
usi kii gali ka hi sajda kiye ham

vo aashiq hamaara ghazal likh raha hai
usi kii ghazal ke bane qaafiye ham

kahaani hamaari shuroo se yahin hai
usi aashna ke liye hi jiye ham

wahi apsara hai ye darja diya jab
tabhi aasmaan mein nigaahen kiye ham

ye mumkin bhi hoga pata bhi nahin hai
adhuri kahaani pe vaada diye ham

wahi to hai manzil wahi aasraa hai
usi ke hawaale dil-o-jaan kiye ham

बताए उसे क्या मोहब्बत किए हम
मोहब्बत की ख़ातिर कई विष पिए हम

जताना भी मुश्किल छुपाना भी मुश्किल
उसी की गली का ही सज्दा किए हम

वो आशिक़ हमारा ग़ज़ल लिख रहा है
उसी की ग़ज़ल के बने क़ाफ़िए हम

कहानी हमारी शुरू से यहीं है
उसी आश्ना के लिए ही जिए हम

वही अप्सरा है ये दर्जा दिया जब
तभी आसमाँ में निगाहें किए हम

ये मुमकिन भी होगा पता भी नहीं है
अधूरी कहानी पे वादा दिए हम

वही तो है मंज़िल वही आसरा है
उसी के हवाले दिल-ओ-जाँ किए हम

  - arjun chamoli

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