तेरा मेरा साथ है जब तक दुनिया में सब अपना है

  - nakul kumar

तेरा मेरा साथ है जब तक दुनिया में सब अपना है
बिछड़ेंगे ये सत्य है लेकिन कुछ संवाद तो लिखना है

मध्य मार्ग में रुक जाऍंगे मर जाऍंगे फिर दोनों
उससे पहले इस दुनिया से दूर कहीं तक चलना है

एक नदी के तटबंधों से हम दोनों हैं लेकिन फिर
सागर में जाकर गिरना है तब जाकर के मिलना है

प्रेम किया है इसीलिए तो ये पर्याय हमारा है
बाती बन जलते रहना है मोम के जैसे गलना है

इस दुनिया से कूच किया है तो ये हासिल है अपना
दूर फ़लक पर तारों का इक जोड़ा और निखरना है

  - nakul kumar

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