नक़्श-ए-पा होती हैं गाँव की लड़कियाँ

  - Neeraj Neer

नक़्श-ए-पा होती हैं गाँव की लड़कियाँ
रास्ता होती हैं गाँव की लड़कियाँ

आई बाबा कहा करते हैं बोझ क्यूं
हौसला होती हैं गाँव की लड़कियाँ

ग्वाले पे मन भला किसका आ सकता है
राधिका होती हैं गाँव की लड़कियाँ

जॉन की एक दुनिया है जिसमें फ़क़त
फ़ारिहा होती हैं गाँव की लड़कियाँ

लड़के ख़ारिज ग़ज़ल की तरह होते हैं
मर्सिया होती हैं गाँव की लड़कियाँ

- नीरज नीर

  - Neeraj Neer

More by Neeraj Neer

As you were reading Shayari by Neeraj Neer

Similar Writers

our suggestion based on Neeraj Neer

Similar Moods

As you were reading undefined Shayari