तुम्हें दिल में बसाने से मिलेगा क्या भला बोलो
तुम्हें अपना बनाने से मिलेगा क्या भला बोलो
अभी तुम नासमझ हो खेलने के दिन तुम्हारे हैं
भला यूँ रूठ जाने से मिलेगा क्या भला बोलो
धधकती आग सीने में उसे बुझने न देना तुम
ग़लत को आज़माने से मिलेगा क्या भला बोलो
करम क्या है वही तो है जो लोगों की करें सेवा
सही तमगा मिटाने से मिलेगा क्या भला बोलो
दिल-ए-नापाक लगते हैं वही जो राज करते हैं
हमें वापस लड़ाने से मिलेगा क्या भला बोलो
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