अदाओं पे उन की यूँ मर जाने वाले
हैं ये रास्ते दिल को बहलाने वाले
तू मरना नहीं इश्क़ में डूबने को
हैं ये काम मर के भी पछताने वाले
तिरे दर पे आ कर तो हम ने भी देखा
वहाँ कितने थे झोली फैलाने वाले
बिताए हुए लम्हें मरते नहीं हैं
मुझे याद आते हैं याद आने वाले
खिला तेरे आँगन में इक फूल है अब
तू भी देखना फूल मुरझाने वाले
किसी से हो मुझ सा भी वो इश्क़ तुझको
मेरे हाल-ए-दिल पे यूँ इतराने वाले
तेरी प्यास से मैं नहीं डरने वाला
चला जा समंदर से टकराने वाले
बताया नहीं राज़ अपनी ख़ुशी का
वफ़ा और दौलत को ठुकराने वाले
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