हक़ीक़त जान भी लो ख़्वाब से पहले
कभी दुश्मन थे हम अहबाब से पहले
लगाओ शर्त तुम इन ख़ुश्क आँखों में
नमक मौजूद होगा आब से पहले
बड़ों का साथ माँगो तो मिलेगा पर
जो इज़्ज़त भी करो आदाब से पहले
कभी लोगों की आँखों में हया थी क्यों
हया का पानी था बेआब से पहले
मिरा दिल भी यही कहता है मेरे दोस्त
पुराना देख लो नायाब से पहले
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