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दिल में रूहानी ख़यालों का सफ़र जारी रहा  - Akhgar Panipati

दिल में रूहानी ख़यालों का सफ़र जारी रहा
तीरगी में भी उजालों का सफ़र जारी रहा

हादसों ने हौसलों को बारहा रोका मगर
फिर भी तेरे कुछ जियालों का सफ़र जारी रहा

हम थकन से चूर थे करवट बदल कर सो गए
नींद में लेकिन ख़यालों का सफ़र जारी रहा

वक़्त के हर दौर से लेते रहे हैं जो ख़िराज
ऐसे भी कुछ बा-कमालों का सफ़र जारी रहा

बे-हिसी के पत्थरों को तोड़ने के वास्ते
ज़िंदगी तेरे हवालों का सफ़र जारी रहा

नेकियों के रास्ते महदूद थे मसदूद थे
फिर भी 'अख़्गर' ख़ुश-ख़िसालों का सफ़र जारी रहा

- Akhgar Panipati

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