इन दौलत पैसे वालों से देखो यारी ठीक नहीं
यारी फिर भी चल जायेगी रिश्तेदारी ठीक नहीं
मत पहनाओ अच्छे कपड़े मत डालो आदत उसको
मुफ़लिस के बच्चे को टॉफ़ी इतनी सारी ठीक नहीं
तितली वो ही फूल चुनेगी जिस पर उसका दिल आये
इक लड़की के पीछे इतनी मारामारी ठीक नहीं
इसमें गलती तेरी है जो तुझको अक्ल अभी आयी
मैं तो कबसे बोल रहा हूँ ये जब्बारी ठीक नहीं
देखो तुमने प्यार किया था जख्म भरेंगे देरी से
चारागर तो बोला ही था इश्क़-बिमारी ठीक नहीं
मैंने माँ को कितना बोला मेरी चिंता छोड़ो तुम
बीपी के बीमारों को ये सोच-विचारी ठीक नहीं
ये लो खंजर जितने भी हैं शिक़वे तुम बस खत्म करो
इक गलती पर ताने देना बारी-बारी ठीक नहीं
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