काम जब तक था मुझको पुकारा गया
बाद उसके मुझे फिर नकारा गया
कल जो जीता था वो आज हारा गया
कुछ हमारा गया कुछ तुम्हारा गया
जंग में सिर्फ़ नुकसान है दोस्तों
जंग के बाद ये फिर विचारा गया
बाप रोता रहा बेटे की मौत पर
आख़िरी जो था वो भी सहारा गया
पूछिए जंग से क्या मिला है उसे
जंग में जिसकी आँखों का तारा गया
सच दिखाई न दे इस लिए दोस्तों
झूट को जैसे तैसे सँवारा गया
जुर्म कुछ भी तो साबित नहीं हो सका
किस लिए सर को धड़ से उतारा गया
एक घटना घटी है मेरे गाँव में
एक लड़का मुहब्बत में मारा गया
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