नज़र फेर लोगे हमें देख कर तो मोहब्बत में कैसे गुज़ारा करोगे
जहाँ भी सुनोगे मोहब्बत की बातें तो रो-रो के हमको पुकारा करोगे
कि परदे में निकलो जवानी के दिन हैं यही आफ़तों की कहानी के दिन हैं
अगर लग गईं तुमको नज़रें सभी की तो किस-किस की नज़रें उतारा करोगे
हैं आँखों में डोरे गुलाबी-गुलाबी कोई जैसे आया हो पीकर शराबी
जिधर भी चले जाओ तुम इस अदा में तो लोगों को बे-मौत मारा करोगे
निगाहों-निगाहों में हर बात कर लो अरे यार जल्दी मुलाकात कर लो
कोई देख लेगा अगर तुम जो ऐसे भरी अंजुमन में इशारा करोगे
जिसे भी मिले रास्ते में ख़ुदा तो सुनो जान की भी दुआ माँग लेना
वो जाँ फिर तुम्हीं पर लुटा देंगे हम तो अगर काम इतना हमारा करोगे
ज़रा देर को और गुर्फ़ा उठा दो क़यामत है रुख़सार ये देखना है
झुका देंगे गर्दन है वादा हमारा अगर ये ख़ता तुम दुबारा करोगे
जो बोसे लिए थे जबीं पर लबों पर किसी हाल में तुमको जीने न देंगे
बहाओगे आँसू बहुत आइने में कि रुख़सार का जब नज़ारा करोगे
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