Himanshu Kuniyal

Himanshu Kuniyal

@himanshuku122912

Himanshu Kuniyal shayari collection includes sher, ghazal and nazm available in Hindi and English. Dive in Himanshu Kuniyal's shayari and don't forget to save your favorite ones.

Followers

2

Content

8

Likes

4

Shayari
Audios
  • Ghazal
दुनिया तेरे फ़रेब मे आया नहीं हूँ मैं
यानी तेरी कमान का नेज़ा नहीं हूँ मैं

हालांकि ये बदन मेरा मिट्टी ही है मगर
बिन पाँच रुक्न के कोई खाक़ा नहीं हूँ मैं

धोखे की भट्टियों में जलाया गया मैं पर
मिट्टी के बर्तनों सा तो कच्चा नहीं हूँँ मैं

मैं इश्क़ में तेरे तो गिरफ़्तार हूँ मगर
हासिल हुए गुलाम के जैसा नहीं हूँ मैं

मैं एक शाह हूँ जो अपाहिज है दोस्तों
फिर भी बड़ों की बात को सुनता नहीं हूँ मैं

मुझको मेरे फ़रीज़े का तू इल्म मत सिखा
इस ज़ीस्त की बिसात में प्यादा नहीं हूँ मैं

मैं रूह हूँ मेरा तो ठिकाना है आसमाँ
इस जिस्म के सराय सा धोखा नहीं हूँ मैं

हर रोज़ ये जहाँ मुझे दुत्कारता है क्यों
जन्नत से भाग करके तो आया नहीं हूँ मैं
Read Full
Himanshu Kuniyal